200+ Heart-touching Gulzar Shayari in Hindi for 2025:

200+ Heart-touching Gulzar Shayari in Hindi for 2025:

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Gulzar Shayari in Hindi

q 01 2

ये माना इस दौरान कुछ साल बीत गए हैं,
फिर भी आंखों में तुम्हारा चेहरा समाए हुए हैं,
किताबों पर धूल जम जाने से कहानी कहां बदलती है।”
-गुलज़ार

“किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं होती,
लेकिन किसी को पाकर खो देने से कुछ बाकी भी नहीं रहता।”
-गुलज़ार

q 02 2

“समेट लो इन नाजुक पलों को, ना जाने ये लम्हे हो ना हो,
हो भी ये लम्हे क्या मालूम, शामिल उन पलों में हम हो ना हो!”
-गुलज़ार

“दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता,
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछते हैं और
कितना वक्त लगेगा!”
-गुलज़ार

“मेरी तन्हाई का मुझे गिला नहीं,
क्या हुआ अगर वो मुझे मिला नहीं,
फिर भी दुआ करेंगे उसके वास्ते खुदा,
उसे वो सब अता करे जो मुझे मिला नहीं!”
-गुलज़ार

“जिंदगी एक रवायत है,
जिसे निभाना पड़ता है,
उनके बिना भी,
जो कभी आपकी जिंदगी थे।”
-गुलज़ार

“जब भी दिल तुझको याद करता है,
तू मेरे जिस्म से गुजरता है,
आंखों में क्यों रखा हुआ है तू सांस में क्यों रुका हुआ है।”
-गुलज़ार

“समेट लो इन नाजुक पलो को,
ना जाने ये लम्हे हो ना हो,
हो भी ये लम्हे क्या मालूम शामिल,
उन पलो में हम हो ना हो।”
-गुलज़ार

“सामने आया मेरे, देखा भी, बात भी की मुस्कुराए भी,
किसी पहचान की खातिर कल का अखबार था,
बस देख लिया, रख भी दिया।”
-गुलज़ार

“लकीरें हैं तो रहने दो,
किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी,
उन्ही को अब बनाओ पाला,
और आओ कबड्डी खेलते हैं।”
-गुलज़ार

“तन्हाई की दीवारों पर, घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे, कोई किसी को भूल रहा हैं।”
-गुलज़ार

2 Line Gulzar Shayari in Hindi | गुलजार की दो लाइन शायरी

q 03 3

आइना देख कर तसल्ली हुई,
हम को इस घर में जानता है कोई।

  • ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
    क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।
  • आप के बाद हर घड़ी हम ने,
    आप के साथ ही गुज़ारी है।
  • हँसता तो मैं रोज़ हूँ
    मगर खुश हुए ज़माना हो गया
  • मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?
    नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।
  • कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
    किसी की आंख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
  • दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए
    “कैसे हो?” बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए
  • कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती है
    कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
  • जब से तुम्हारे नाम की मिसरी होंठ से लगाई है
    मीठा सा गम मीठी सी तन्हाई है।
q 04 2

तेरे सारे फैसले मंजूर हैं
ऊपर वाले मगर मुझे आखिर में
वही शख्स चाहिए

“दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता,
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछते हैं
और कितना वक्त लगेगा!”
गुलज़ार

q 05 1

तुम रोटियां बेलना में संकता जाऊंगा,
तुम तारीफ के लिए कहना में फेंकता जाऊंगा।

मैं दिया हूँ!
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं,
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।

q 06 1

मैं खुशी तलाश कर रहा था
और तुम मिल गए
गुलजार

हमें आदत नहीं हर किसी पे फिदा होने की,,
तुम्हारा अन्दाज गजब का था हम सँभल न पाए..!!

2 Line Gulzar Shayari in Hindi | गुलजार की दो लाइन शायरी 2024

q 07 2

ज़रा ठहरो तो नजर भर के देखें,
जमीं पे चाँद कहाँ रोज-रोज उतरता है.

  • मुलाकात जरूरी है,
    अगर रिश्ते निभाने हों,
    वरना लगा कर भूल जाने से,
    पौधे भी सूख जाते है
  • इज्जत की तो बात ही छोड़ दो इस जमाने में,,
    मैंने कहा वो बहन है मेरी लोगो ने पूछा सगी है ?
  • जमाने को क्यो बताऊँ क्या हो तुम मेरे लिए,
    तुम्हे खामोशी से चाहना भी मुझे अच्छा लगता है।
  • कितनी मोहब्बत है तुमसे, कोई सफाई नहीं देंगे,
    साये की तरह रहेंगे तेरे साथ, पर दिखाई नहीं देंगे.!
  • जब नाराजगी किसी बहुत ख़ास से होती है,
    तो इंसान चिल्लाता नहीं सिर्फ खामोश और रोता है।
q 08 2

उनके साथ चंद महीनों का अनुभव,
मेरे कई सालों पर भारी पड़ गया ।

  • ऐसे ही नहीं बन जाते गैरों से गहरे रिश्ते,
    कुछ खालीपन तो अपनों ने ही दिया होगा.
  • अपनों ने इतना तन्हा कर दिया,
    की हम अपने राज़ गैरों से खोल बैठे ।
  • बड़े ही खुशनुमा वहम थे,
    की हम उनकी जिंदगी में अहम थे।
  • मैं तुम्हें चाँद कह दूं, ये तो मुमकिन है,
    मगर लोग तुम्हें रातभर देखे, ये मुझे गवारा नहीं.
  • दर्द मुझको ढूंढ़ लेता है रोज नए बहाने से,
    वो हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से ।
    – गुलज़ार
  • अपनी जिंदगी के सलीके कुछ यूं मोड़ दो,
    जो तुम्हे नजरअंदाज करें उन्हें नजर आना छोड़ दो ।
  • अपना वो है जो किसी और के लिए,
    तुम्हे नजरअंदाज ना करे ।
  • बड़े ही खुशनुमा वहम थे की
    हम उनकी जिंदगी में अहम थे। “
  • जो जाहिर करना पड़े वह दर्द कैसा,
    और जो दर्द ना समझ सके वो हमदर्द कैसा.
q 09 1

तुम्हारा याद आना भी कमाल होता है,
कभी तो आ कर देखो हमारा क्या हाल होता है।
– गुलज़ार

एक दिन सब खत्म हो जाता है,
बस दिल मे यादें….
और फोन मे नम्बर रह जाता है.

  • वो जो जिंदगी है ना मेरी,
    वो मेरी जिंदगी में ही नहीं है,,
  • पतझड़ में सिर्फ पत्ते गिरते हैं,
    नज़रों से गिरने का कोई मौसम नहीं होता…
  • इधर तड़प है कि वो साथ नहीं..
    उधर वो कहते हैं कि कोई बात नही..!!
  • लगता है आज ज़िंदगी कुछ ख़फ़ा है
    चलिए छोड़िए कौन सी पहली दफ़ा है ..
  • कल रात सारे ग़म आसमान को सुना दिए मैंने,
    आज मैं चुप हूं और आसमान बरस रहा है।
  • मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता हूँ
    मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।
  • बदले बदले से हो जनाब क्या बात हो गई
    शिकायत हमसे है या किसी और से मुलाक़ात हो गई !
q 10 1

बड़े ही खुशनुमा वहम थे,
की हम उनकी जिंदगी में अहम थे।

फासलो का अहसास तब हुआ
जब मैंने कहा..
ठीक हूँ और उसने ..
मान लिया

किसी ने क्या खूब कहा है !
ना खुशी खरीद पाता हूँ ना गम बेच पाता हूँ,
फिर भी ना जाने क्यों हर रोज कमाने जाता हूँ..

कुछ ऐसे भी मिलेंगे लोग यहाँ,
जो सिर्फ तुम्हारे सामने ही
“तुम्हारे” होंगे…!

नादान है वो उसे समझाएं कोई बात
ना करने से मोहबत कम नहीं होती

काश…
एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आकर गले लगा ले मेरी इजाजत के बगैर.

Top Gulzar Quotes In hind 2024

q 11 2

जात देख कर शादी करने वाले लोग,
खून की बोतल किसी से भी ले लेते हैं।

  • मुझे फुर्सत कहाँ की मौसम सुहाना देखें,
    तेरी यादों से निकलें तब तो ज़माना देखें..!
  • कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए,
    भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं!
  • खैरियत पूछने वाले तो बोहत मिलेंगे,
    तलाश उसकी करो, जो ख्याल भी रखें
  • आज़ थोड़ा प्यार जता दूं क्या ?
    तुम मेरे हो सबको बता दूं क्या ?
  • कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,
    लगता है फिर से प्यार हो रहा है..
  • गुस्से में उसी का नंबर डिलीट करना चाहिए
    जिसका नंबर याद हो वरना
    बाद में बहुत तकलीफ होती है
  • काफ़ी पुराने ज़माने का दिल है
    मेरा इसे जिस्मों वाली मोहब्बत समझ नहीं आती
  • हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते,
    वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते!

Best Gulzar Quotes Hindi 2024

q 12 1

एक पुराना मौसम लौटा याद भरी पुरवाई भी
ऐसा तो कम ही होता है वो भी हों तनहाई भी।

गुलज़ार

  • कुछ ऐसे हो गए है इस दौर के रिश्ते,
    जो आवाज़ तुम ना दो तो बोलते वो भी नही..
  • कभी कभी की मुलाकात ही अच्छी है,,
    कद्र खो देता है हर रोज का मिलना ।
  • सोचकर बाजार गया था अपने कुछ आंसू बेचने,
    हर खरीददार बोला अपनों के दिए तोहफे बेचा नहीं करते..!
  • ख़रीद लो दुनियां के सारे ऐशों-अराम !
    फिर हमें भी ज़रा बताना सुकून के दाम क्या हैं”
  • सबसे झगड़ कर तुमको अपना बनाया था
    पर तुम तो वहीं निकलें जो सबने बताया था।
  • वक़्त का तकाज़ा हर फर्ज़ को मजबूर करता है..
    वरना कौन पिता अपनी चाँद सी बेटी को अपने से दूर करता है..
  • बड़े अजीब दुनिया के मेले है..
    दिखती तो भीड़ है पर चलते सब अकेले हैं..
  • मुझे भी मिले थे कुछ रिश्ते फूलों के
    जैसे आप तो वाकिफ़ हो फूलों की उम्र ज्यादा नहीं होती.
  • सोचता था दर्द की दौलत से एक मैं ही मालामाल हूँ
    देखा जो ग़ौर से तो हर कोई रईस निकला..।

हालात सिखाते है …
बातें सुनना और सहना वार्ना हर शक्स फितरत से ..
बादशाह ही होता है ..!

ज़िन्दगी एक ऐसी किताब है,
जिसे पढ़ते सभी है,
पर समझ कोई नहीं पता..

इज्जत किसी इंसान की नहीं होती जरूरत की होती है

जरूरत खत्म !!
इज्जत खत्म !!

यही दुनिया का सच है !

आंसू बहाने से कोई अपना नहीं होता
जो अपना होता है वो रोने ही कहां देता है

Love Romantic Gulzar Quotes 2024

q 13 2

इतने बेवफा नहीं है
जो तुम्हें भुल जाएंगे अक्सर चुप रहने वाले
प्यार बहुत करते हैं

  • “सुनो” जब तुम आटा गूंदा करोगी..
    तब मैं तुम्हारे चेहरे से “जुल्फें” हटाया करूंगा ।।
  • लापरवाही ही भली है साहब,,
    परवाह करो तो लोग सस्ता समझ लेते हैं।
  • कुछ खास बात नही है मुझमे बस..
    मुझे समझने वाले खास होते है
  • चाँदी उगने लगी है बालों में..
    उम्र तुम पर हसीन.. लगती है
  • मै वो क्यों बनूं जो तुम्हे चाहिए
    तुम वो कुबूल क्यों नहीं करते जो मैं हूं
  • किसी पर मर जाने से होती है मोहब्बत
    इश्क़ जिंदा लोगों के बस का नहीं
q 14 2

छोटी सी दिल की उलझन है,
ये सुलझा दो तुम
जीना तो सीखा है मरके,
मरना सिखा दो तुम..!!

एक हीरा है ज़िंदगी लेकिन उम्र लगती है
ज़हर खाने में दिल में ऐसे छुपा लिया है
गम आग रख ली है आशियाने में…

Ggulzar Shayari In Hindi

q 15

उस उम्र से हमने तुमको चाहा हैं जिस उम्र में,
हम जिस्म से वाकिफ़ न थे

q 16 2

शब्दालय
मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना,
ये जो ज़िन्दगी है समझदार किये जाती है.

सोचा ही नहीं था.
जिंदगी में ऐसे भी फसाने होगें,
रोना भी जरुरी होगा आँसू भी छिपाने होगें ।

ज़िन्दगी भी एक खेल है,
बचपन:- तोता उड़ मैना उड़
जवानी: – नींद उड़ चैन उड़
बुढ़ापाः – बाल उड़ दांत उड़

मेरे दिल में एक धड़कन तेरी है,
उस धड़कन की कसम तू ज़िन्दगी मेरी है,
मेरी तो हर सांस में एक सांस तेरी है,
जो कभी सांस रुक जाये तो मौत मेरी है।

अगर..
बे-ऐब चाहते हो तो फ़रिश्तों से रिश्ता रख लो,
मैं इंसान हूँ, और खताएँ मेरी विरासत है.

वो रोए तो बहुत, पर मुझसे मुँह मोड़ कर रोए,
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए,
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े,
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़ कर रोए.

-Gulzar

q 17 1

बहुत से लम्हे,
बहुत छोटे होते है अक्सर खो जाते है.
मुझे शौख है उन्हें जमा करने का…!!

  • सारे फरिश्ते मुझे ही मिले है जिंदगी में.
    कोई गलती करता ही नहीं मेरे सिवा..!!
  • इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है
    जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है..
  • चलो जिंदगी के सफर को एक नया मोड़ देते हैं
    जो हमे ना समझे हम भी उन्हे समझना छोड़ देते हैं..!!
  • बस एक मेरी मोहब्बत ही ना समझ पाए तुम,
    बाकी मेरी हर गलती का हिसाब बराबर रखतें हों..!
  • बहुत दूर तक जाना पड़ता है,
    सिर्फ यह जानने के लिए कि “नज़दीक कौन है”
q 18 2

मुद्दतों बाद जब उनसे बात हुई,
मैंने कहा कुछ झूठ ही बोल दो,
और वो हँस के बोले तुम्हारी याद बहुत आती है….

सहारे की आदत नहीं है मुझे,
में हूं, ना बस ये आवाज़ चाहिए थी

बुरे वक्त में..!

एहसान किसी का वो रखते नहीं,
मेरा भी चुका दिया,
जितना खाया था नमक मेरा,
मेरे जख्मों पे लगा दिया…!!!

थोड़ा सकून भी तो ढूंढिए जनाब
यह जरूरतें तो कभी ख़त्म ही नहीं होंगी

ये दोस्ती का गणित है
साहब यहां दो में से एक गया तो कुछ नहीं बचता..

मरम्मतें खुद की रोज़ करता हूँ,
रोज़ मेरे अंदर एक नुक्स निकल आता है !!

इस बड़ी खूबसूरत ज़िन्दगी,
में हर छोटी बात पर परेशान होकर
कुछ नहीं मिलेगा!

q 19

पलक से पानी गिरा है, तो उसको गिरने दो,
कोई पुरानी तमन्ना, पिंघल रही होगी।

मेरी कोई खता तो साबित कर
जो बुरा हूं तो बुरा साबित कर
तुम्हें चाहा है कितना तू क्या जाने
चल मैं बेवफा ही सही
तू अपनी वफ़ा साबित कर।

आदतन तुम ने कर दिए वादे,
आदतन हमने ऐतबार किया।
तेरी राहो में बारहा रुक कर,
हम ने अपना ही इंतज़ार किया।।
अब ना मांगेंगे जिंदगी या रब,
ये गुनाह हमने एक बार किया।।।

मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी।
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

टूट जाना चाहता हूँ, बिखर जाना चाहता हूँ,
में फिर से निखर जाना चाहता हूँ।
मानता हूँ मुश्किल हैं,
लेकिन में गुलज़ार होना चाहता हूँ।।

q 20 1

ये वो दौर है साहब जब दिल लगाना हो तो
इंग्लिश सीखनी पड़ती है और दिल टूट जाये तो ऊर्दू..

q 21 1

मिजाज में थोड़ी सख्ती लाजमी है साहब,
लोग पी जाते अगर समंदर खारा ना होता
गुलजार

q 22

सोचता था दर्द की दौलत से
एक मैं ही मालामाल हूँ
देखा जो ग़ौर से तो हर कोई रईस निकला..!

Conclusion

Our collection of “200+ Heart-touching Gulzar Shayari in Hindi for 2025” is crafted to capture the depth of emotions and the beauty of words penned by Gulzar. His poetry transcends boundaries, making it perfect for expressing love, sorrow, joy, and reflection. We hope these shayaris resonate with your heart and bring solace, joy, or inspiration to your moments. Keep visiting for more heartwarming collections, and don’t forget to share your favorite shayari with your loved ones to spread the magic of Gulzar’s poetry!

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